भव्य समारोह: Guru Purmina 2024 पर संत-महंतों का अभिनंदन
21 जुलाई 2024 को गुरु पूर्णिमा पर भजनलाल सरकार ने प्रदेशभर के संत-महंतों को विशेष सौगात देने की घोषणा की। जानें इस पावन अवसर का महत्व और आयोजन की रूपरेखा।
Guru Purmina 2024: गुरु पूर्णिमा, भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण पर्व, 21 जुलाई 2024 को धूमधाम से मनाया जाएगा। इस पावन अवसर पर भजनलाल सरकार ने प्रदेशभर के संत-महंतों के लिए विशेष सौगात की घोषणा की है। इस पर्व पर राज्य सरकार ने संत-महंतों का अभिनंदन करने का निर्णय लिया है।
गुरु पूर्णिमा का महत्व
गुरु पूर्णिमा का पर्व गुरु की महिमा का गुणगान करने का अवसर होता है। इस दिन शिष्यों द्वारा अपने गुरु का आदर-सम्मान किया जाता है। यह पर्व महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। वेदव्यास ने चारों वेदों का संकलन किया था और उन्हें शिष्यों को ज्ञान के रूप में प्रदान किया था।
सरकार की पहल
भजनलाल सरकार ने गुरु पूर्णिमा के अवसर पर विशेष आयोजन की योजना बनाई है। राज्य के सभी संत-महंतों को सम्मानित करने के लिए भव्य समारोह आयोजित किए जाएंगे। इसमें प्रदेशभर के संत-महंतों को आमंत्रित किया जाएगा और उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
आयोजन की रूपरेखा
इस समारोह में संत-महंतों को विशेष अतिथि के रूप में बुलाया जाएगा। सरकार द्वारा उन्हें सम्मान पत्र, शॉल, और स्मृति चिह्न भेंट किए जाएंगे। इसके साथ ही, उन्हें आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाएगी ताकि वे अपने आश्रम और मठों का संचालन बेहतर तरीके से कर सकें।
मुख्यमंत्री का संदेश
मुख्यमंत्री भजनलाल ने इस अवसर पर कहा, “गुरु पूर्णिमा हमारे लिए एक पावन पर्व है। गुरु का स्थान हमारे जीवन में सर्वोपरि होता है। वे हमें सही मार्ग दिखाते हैं और जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा देते हैं। संत-महंतों का सम्मान करना हमारा कर्तव्य है। हम उनके आशीर्वाद से ही समृद्धि और शांति की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।”
संत-महंतों की प्रतिक्रियाएं
राज्यभर के संत-महंतों ने सरकार की इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि इससे उनके मनोबल में वृद्धि होगी और वे समाज की सेवा में और भी तत्परता से जुट सकेंगे। संतों ने मुख्यमंत्री भजनलाल को धन्यवाद दिया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
समारोह का प्रसारण
इस आयोजन का सीधा प्रसारण राज्य के विभिन्न टेलीविजन चैनलों पर किया जाएगा। इससे आम जनता भी इस समारोह का हिस्सा बन सकेगी और संत-महंतों के आशीर्वाद से लाभान्वित हो सकेगी।
आर्थिक सहायता का प्रावधान
सरकार ने घोषणा की है कि संत-महंतों को आर्थिक सहायता के रूप में एक निश्चित राशि प्रदान की जाएगी। यह राशि आश्रमों और मठों के रख-रखाव और विकास के लिए उपयोगी होगी। इससे संत-महंतों को अपनी धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
विशेष उपहार
सरकार ने संत-महंतों के लिए विशेष उपहारों का भी प्रावधान किया है। इसमें धार्मिक ग्रंथ, पूजा सामग्री, और अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं। इन उपहारों के माध्यम से संत-महंतों के दैनिक जीवन में सुविधा और सहयोग प्रदान करने का प्रयास किया गया है।
सार्वजनिक सहभागिता
इस समारोह में आम जनता को भी भाग लेने का अवसर मिलेगा। सरकार ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और संत-महंतों का सम्मान करें। इससे समाज में एकता और समरसता का संदेश जाएगा।